कर्नाटक चुनाव 2018: दिलचस्प थे पीएम मोदी-राहुल के बीच 'शब्द बाण'
कर्नाटक चुनाव 2018: दिलचस्प थे पीएम मोदी-राहुल के बीच 'शब्द बाण' |
कर्नाटक चुनाव में जीत-हार किसी की भी हो लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा गढ़े गए कुछ शब्द जरूर याद रहेंगे. ये भी हो सकता है कि उनका इस्तेमाल आने वाले चुनावों में भी किया जाए. शब्द बाण के लिहाज से कर्नाटक, गुजरात चुनाव से भी ज्यादा दिलचस्प था. प्रधानमंत्री ने दावा किया था कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में अपनी हार के बाद कांग्रेस ‘पंजाब, पुडुचेरी और परिवार’ यानी पीपीपी कांग्रेस बन जाएगी.
जवाब में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा पलटवार करते हुए उनकी तुलना ऐसे मोबाइल फोन से की जो ‘स्पीकर और एरोप्लेन’ मोड में रहता है, 'काम' वाले मोड में नहीं. कर्नाटक में अपने चुनावी दौरे के नौवें चरण में राहुल गांधी ने मोदी पर उनके खिलाफ निजी हमले करने का आरोप भी लगाया था.
बीजेपी ने की पीपीपी की बात तो कांग्रेस ने सेलफोन के दो मोड कह कर किया पलटवार
उन्होंने कहा, 'सेलफोन में तीन मोड होते हैं. पहला काम करने वाला मोड होता है. दो अन्य स्पीकर मोड और एरोप्लेन मोड होते हैं. मोदी केवल स्पीकर और एरोप्लेन मोड का इस्तेमाल करते हैं. काम वाले मोड का नहीं.'
मोदी ने राहुल गांधी को शहजादा कहना छोड़कर नया नाम दिया 'नामदार'. नया नारा नामदार बनाम कामदार का दिया. खुद को मेहनकश लोगों के साथ खड़ा काम करने वाला यानी कामदार और राहुल को सिर्फ बड़े नाम वाला बताया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस नेता और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर हमला करते हुए भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया. पीएम मोदी ने कर्नाटक सरकार को सिद्धारमैया नहीं, सीधा रुपैया की सरकार बताया.
चुनाव प्रचार के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी राज्य में रैली की. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने उन पर वार करते हुए कहा 'उत्तर प्रदेश की जनता चाहे त्रस्त, मैं हूं कर्नाटक चुनाव में जुमले गढ़ने में व्यस्त.'
दिलचस्प थी 15 मिनट की चुनौती
इन सबमें सबसे दिलचस्प कटाक्ष था विश्वेश्वरैया का नाम लेने को लेकर. पहले राहुल गांधी ने चुनौती देते हुए कहा था कि अगर मुझे संसद में 15 मिनट के लिए बोलने दिया जाए तो मोदी मेरे सामने खड़े नहीं हो पाएंगे.
इस चुनौती के जवाब में पीएम मोदी ने कहा, “राहुल गांधी बिना पेपर नोट के 15 मिनट तक किसी भी भाषा में, जिसे बोलने में वो सहज हों उसी भाषा में कर्नाटक सरकार की उपलब्धियों पर बोल कर दिखाएं. इसके अलावा अपने भाषण में विश्वेश्वरैया का नाम पांच बार लें और कर्नाटक के लोगों को अपनी काबिलियत साबित करके दिखाएं.
राहुल गांधी अपनी एक रैली में कर्नाटक की महान हस्ती मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का नाम ठीक से नहीं ले पाए थे. पीएम मोदी ने अपने इस बयान से राहुल गांधी का मजाक बना दिया.
कर्नाटक के निवर्तमान मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने अपनी टिप्पणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 'उत्तर भारतीय आयात' कहा था.
जवाब में भाजपा की कर्नाटक इकाई ने एक ट्वीट कर कहा, 'आज, एंटोनियो माइनो अपने गढ़ को ढहने से बचाने के लिए कर्नाटक में हैं! मैडम माइनो, कर्नाटक को ऐसे व्यक्ति से पाठ सीखने की जरूरत नहीं है जो भारत के 10 कीमती वर्ष बर्बाद करने के लिए पूरी तरह जिम्मेदार है.
सोनिया गांधी के इतालवी होने के आरोप पर राहुल गांधी ने कहा, "मेरी मां किसी अन्य भारतीय के मुकाबले ज्यादा भारतीय हैं. मेरी मां ने इस देश के लिए कुर्बानियां दी हैं, उन्होंने भारत के लिए मुश्किलें सही हैं."
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